छांगुर बाबा गिरफ्तार: यूपी में अवैध धर्मांतरण रैकेट का भंडाफोड़, 100 करोड़ की विदेशी फंडिंग का खुलासा

छांगुर बाबा

लखनऊ, उत्तर प्रदेश: उत्तर प्रदेश एटीएस ने राज्य में सक्रिय एक बड़े अवैध धर्मांतरण गिरोह के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई करते हुए उसके मुख्य सरगना जलालुद्दीन उर्फ ‘छांगुर बाबा’ और उसकी महिला सहयोगी नीतू उर्फ नसरीन को  5 जुलाई, 2025 को गिरफ्तार कर लिया है। इस गिरफ्तारी के साथ ही एक ऐसे विशाल नेटवर्क का पर्दाफाश हुआ है, जो कथित तौर पर विदेशी फंडिंग के दम पर कमजोर और असहाय लोगों, खासकर युवतियों का ब्रेनवॉश कर उनका धर्मांतरण करा रहा था।


कौन है जलालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा?

कभी साइकिल पर ताबीज़ और अंगूठियां बेचने वाला जलालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा, महज कुछ सालों में करोड़ों की संपत्ति का मालिक बन गया। पुलिस जांच में सामने आया है कि वह खुद को ‘पीर बाबा’ या ‘रूहानी मसीहा’ बताता था और अपनी आलीशान हवेली को ‘आश्रम’ के रूप में संचालित करता था। उसका प्रभाव इतना बढ़ गया था कि कई अधिकारी और प्रभावशाली लोग भी उसके संपर्क में थे।


अवैध धर्मांतरण का काला साम्राज्य

एटीएस की जांच में सामने आया है कि छांगुर बाबा का गिरोह तीन राज्यों (उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र और राजस्थान) में सक्रिय था। इस गिरोह ने कथित तौर पर 1500 से अधिक महिलाओं और लड़कियों को निशाना बनाया, जिनमें निसंतान, विधवाएं, परित्यक्ताएं और मानसिक रूप से कमजोर युवतियां शामिल थीं। उन्हें पहले आश्रय, चमत्कार या इलाज का लालच दिया जाता था, फिर धीरे-धीरे ब्रेनवॉश कर धर्म परिवर्तन के लिए मजबूर किया जाता था। आरोप है कि गिरोह ने धर्मांतरण के लिए ‘रेट कार्ड’ भी तय कर रखा था, जो जाति के अनुसार बदलता था। कई मामलों में ‘प्रेमजाल’ (लव जिहाद) का इस्तेमाल करने की बात भी सामने आई है।


100 करोड़ की विदेशी फंडिंग और मनी लॉन्ड्रिंग

इस मामले का सबसे चौंकाने वाला पहलू इसमें विदेशी फंडिंग का खुलासा है। एटीएस को जांच में 40 से अधिक बैंक खातों से 100 करोड़ रुपये से अधिक के संदिग्ध लेन-देन के पुख्ता सबूत मिले हैं। आरोप है कि यह फंडिंग हवाला नेटवर्क के जरिए इस्लामिक देशों से आ रही थी। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने भी इस मामले में मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत केस दर्ज कर लिया है और छांगुर बाबा के सिंडिकेट की अवैध संपत्तियों और वित्तीय लेनदेन की गहन जांच कर रहा है।

जांच में पता चला है कि इस काली कमाई का इस्तेमाल करोड़ों की आलीशान कोठियां, शोरूम और लग्जरी गाड़ियां खरीदने में किया गया। छांगुर बाबा ने कथित तौर पर 40 से अधिक बार इस्लामिक देशों की यात्रा भी की है।


बुलडोजर एक्शन: अवैध कोठी पर चला ‘योगी बाबा का बुलडोजर’

छांगुर बाबा की गिरफ्तारी के बाद, बलरामपुर के उतरौला क्षेत्र के मधपुर गांव में सरकारी जमीन पर बनी उसकी आलीशान हवेलीनुमा कोठी पर जिला प्रशासन का बुलडोजर चला। यह वही 40 कमरों वाली हवेली बताई जा रही है, जहाँ से वह अपने अवैध धर्मांतरण साम्राज्य का संचालन करता था। करोड़ों रुपये की अनुमानित लागत वाली इस कोठी के एक बड़े हिस्से को ध्वस्त कर दिया गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस मामले पर कड़ा रुख अपनाते हुए कहा है कि राज्य में शांति भंग करने वालों और महिलाओं की सुरक्षा को खतरा पहुंचाने वालों के लिए कोई जगह नहीं है, और आरोपियों की संपत्तियों को जब्त किया जाएगा।


पुलिस रिमांड और गहन जांच जारी

छांगुर बाबा और उसकी सहयोगी नीतू उर्फ नसरीन को 7 दिनों की पुलिस कस्टडी रिमांड पर भेजा गया है। एटीएस अब उनसे विदेशी फंडिंग के स्रोत, पूरे नेटवर्क और अब तक धर्मांतरित किए गए लोगों की संख्या जैसे अहम सवालों पर गहन पूछताछ करेगी। एटीएस को धर्मांतरण से जुड़े कई डिजिटल दस्तावेज, शपथ पत्र और इस्लामिक प्रचार सामग्री भी मिली है। इस गिरोह के 14 अन्य सदस्यों की तलाश भी जारी है, जिनका नेटवर्क यूपी के कई जिलों में फैला है।

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