बचपन के नायक का दुखद अंत: WWE दिग्गज हल्क होगन का 71 साल की उम्र में निधन, फैंस सदमे में
कुश्ती जगत के सबसे बड़े नामों में से एक और लाखों लोगों के बचपन के हीरो, WWE हॉल ऑफ फेमर हल्क होगन (Hulk Hogan) का आज, 24 जुलाई, 2025 को 71 वर्ष की आयु में निधन हो गया। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, फ्लोरिडा स्थित उनके निवास पर उन्हें कार्डियक अरेस्ट आया था। उनके निधन की खबर से पूरे WWE जगत और उनके दुनिया भर के प्रशंसकों में शोक की लहर छा गई है।
एक युग का अंत: हल्क होगन (Hulk Hogan) की अमर विरासत
टेरी जीन बोलिया (Terry Gene Bollea) के नाम से जन्मे हल्क होगन (Hulk Hogan), अपने “हल्कमेनिया” युग के लिए जाने जाते थे, जिसने 1980 के दशक में प्रोफेशनल रेसलिंग को मुख्यधारा में लाकर पूरी दुनिया में मशहूर किया। उनकी ट्रेडमार्क पीली और लाल रंग की वेशभूषा, सिग्नेचर मूछें, और “व्हैचा गोना डू, ब्रदर!” जैसा उनका मशहूर तकियाकलाम उन्हें घर-घर का नाम बना चुका था।

हल्क होगन (Hulk Hogan) ने WWE (तब WWF) को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया और रेसलमेनिया जैसे बड़े इवेंट्स के मुख्य आकर्षण रहे। आंद्रे द जाइंट, रैंडी सैवेज, और द रॉक जैसे दिग्गजों के खिलाफ उनके मुकाबले आज भी याद किए जाते हैं। रिंग में उनकी ऊर्जा, करिश्मा और दर्शकों से जुड़ने की क्षमता बेजोड़ थी। वह सिर्फ एक पहलवान नहीं, बल्कि पॉप कल्चर का एक ऐसा आइकन थे, जिन्होंने कई पीढ़ियों को प्रेरित किया।
अंतिम क्षण और प्रशंसक प्रतिक्रिया
रिपोर्ट्स के मुताबिक, आपातकालीन सेवाओं को होगन के क्लियरवॉटर, फ्लोरिडा स्थित आवास पर बुलाया गया था, जहाँ उन्हें कार्डियक अरेस्ट आया। तत्काल चिकित्सा सहायता के बावजूद, उन्हें बचाया नहीं जा सका। WWE ने भी उनके निधन पर शोक व्यक्त किया है, “WWE को WWE हॉल ऑफ फेमर हल्क होगन के निधन के बारे में जानकर दुख हुआ। पॉप कल्चर की सबसे पहचानने योग्य हस्तियों में से एक, होगन ने 1980 के दशक में WWE को पूरी दुनिया में मशहूर करने में काफी बड़ा योगदान रहा है
हल्क होगन (Hulk Hogan) का निधन ऐसे समय में हुआ है जब कुछ हफ़्ते पहले उनके स्वास्थ्य को लेकर अफवाहें फैली थीं, जिन्हें उनकी पत्नी स्काई डेली और उनके दल ने ‘गलत’ बताया था। उनके निधन की खबर ने उनके प्रशंसकों को गहरा सदमा पहुँचाया है, जो सोशल मीडिया पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे हैं और बचपन की यादें साझा कर रहे हैं।
हल्क होगन ने लाखों बच्चों के लिए एक ऐसा बचपन गढ़ा, जहाँ ‘हल्कमेनिया’ का नारा सिर्फ एक पंचलाइन नहीं, बल्कि अदम्य भावना का प्रतीक था। उनका जाना रेसलिंग जगत के एक सुनहरे अध्याय का दुखद अंत है, लेकिन उनकी विरासत हमेशा अमर रहेगी।
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