Spacetop G1: बिना स्क्रीन वाला लैपटॉप जो आपको देगा 100 इंच की ‘वर्चुअल’ दुनिया!

Spacetop G1-AR Laptop
Spacetop G1-AR Laptop

हमेशा से लैपटॉप का मतलब रहा है एक कीबोर्ड और एक स्क्रीन का मेल। लेकिन, इजरायली स्टार्टअप साइटफुल (Sightful) ने इस अवधारणा को पूरी तरह से बदल दिया है, अपने क्रांतिकारी डिवाइस Spacetop G1 के साथ। इसे “दुनिया का पहला ऑगमेंटेड रियलिटी (AR) लैपटॉप” कहा जा रहा है, जो बिना किसी फिजिकल स्क्रीन के आपको एक विशाल 100 इंच का वर्चुअल वर्कस्पेस देता है।


Spacetop G1 आखिर है क्या और कैसे काम करता है?

Spacetop G1 एक ऐसा डिवाइस है जिसमें पारंपरिक लैपटॉप की तरह ऊपर कोई स्क्रीन नहीं होती। इसके बजाय, इसमें एक कीबोर्ड और ट्रैकपैड वाला बेस होता है, जिससे जुड़ी हुई एक जोड़ी खास AR (ऑगमेंटेड रियलिटी) ग्लासेज़ होती हैं। जब आप इन ग्लासेज़ को पहनते हैं, तो यह सीधे आपकी आँखों के सामने एक विशाल, हाई-डेफिनिशन वर्चुअल स्क्रीन प्रोजेक्ट करता है। यह स्क्रीन इतनी बड़ी होती है जैसे कि आप 100 इंच के मॉनिटर पर काम कर रहे हों।

यह डिवाइस SpaceOS नामक अपने खुद के ऑपरेटिंग सिस्टम पर चलता है, जो क्रोमियमओएस (ChromiumOS) पर आधारित है। इसमें क्वालकॉम स्नैपड्रैगन QCS8550 चिपसेट, 16GB रैम और 128GB स्टोरेज है, जो रोज़मर्रा के कामों जैसे वेब ब्राउजिंग, ईमेल, प्रेजेंटेशन बनाने और स्प्रेडशीट पर काम करने के लिए पर्याप्त है।

Spacetop G1-AR Laptop
Spacetop G1-AR Laptop

Spacetop G1 के खास फायदे

Spacetop G1 को खास तौर पर उन पेशेवरों के लिए डिज़ाइन किया गया है जो चलते-फिरते काम करते हैं और जिन्हें अपनी प्रोडक्टिविटी और प्राइवेसी की चिंता होती है:

  1. विशाल वर्चुअल वर्कस्पेस: सबसे बड़ा फायदा है कि आपको एक छोटी लैपटॉप स्क्रीन पर सिमटने की ज़रूरत नहीं है। 100 इंच का वर्चुअल डिस्प्ले आपको एक साथ कई विंडो खोलने और मल्टीटास्किंग करने की आज़ादी देता है, जैसा कि कई मॉनिटर वाले डेस्कटॉप सेटअप में होता है।
  2. पूरी प्राइवेसी: आपके वर्चुअल स्क्रीन पर क्या दिख रहा है, यह सिर्फ आपको ही नज़र आता है। आसपास बैठे लोग या बगल में ट्रेन में बैठा कोई यात्री आपकी स्क्रीन पर ताक-झांक नहीं कर पाएगा। संवेदनशील जानकारी पर काम करने वाले पेशेवरों के लिए यह एक बड़ा प्लस पॉइंट है।
  3. बेहतर एर्गोनॉमिक्स: आपको लैपटॉप की छोटी स्क्रीन पर झुकना नहीं पड़ता। AR ग्लासेज़ की मदद से आप अपनी गर्दन और आँखों पर तनाव कम करते हुए आरामदायक स्थिति में काम कर सकते हैं।
  4. बेहद पोर्टेबल: स्क्रीन न होने के कारण, यह डिवाइस पारंपरिक लैपटॉप की तुलना में काफी पतला और हल्का हो जाता है। आप इसे आसानी से अपने बैग में लेकर कहीं भी जा सकते हैं।
  5. AI क्षमताएं: इसमें बिल्ट-इन स्थानिक AI क्षमताएं (spatial AI capabilities) हैं जो डायनेमिक इंटरैक्शन और बेहतर वर्कस्पेस मैनेजमेंट को बढ़ावा देती हैं।

क्या यह भविष्य का लैपटॉप है?

Spacetop G1 पारंपरिक लैपटॉप की तुलना में एक नई अवधारणा है। हालाँकि इसकी कीमत 1.64 लाख थोड़ी ज़्यादा है (लगभग $1,900), और इसे इस्तेमाल करने के लिए आपको हमेशा ग्लासेज़ पहनने होंगे, लेकिन यह ऑगमेंटेड रियलिटी को रोजमर्रा के कंप्यूटिंग में लाने का एक महत्वपूर्ण कदम है।

विशेषज्ञों का मानना है कि Apple Vision Pro और Meta Quest 3 जैसे VR/AR हेडसेट के साथ, Spacetop G1 जैसे डिवाइस “स्पेशियल कंप्यूटिंग” के युग की शुरुआत कर रहे हैं, जहाँ हमारी डिजिटल दुनिया हमारे फिजिकल वातावरण के साथ घुलमिल जाएगी। यह उन लोगों के लिए एक गेम-चेंजर साबित हो सकता है जिन्हें कहीं भी एक बड़े, निजी और बहुमुखी कार्यस्थल की ज़रूरत है।

यह भी पढ़े:


Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *