भारतीय शेयर बाजार (Share Market) में अगले सप्ताह यानी 12 अगस्त को बड़ी हलचल देखने को मिल सकती है। विभिन्न आर्थिक और राजनीतिक कारकों के चलते बाजार में बड़ी तेजी या गिरावट की संभावना है, जिस पर निवेशकों और ट्रेडर्स की पैनी नज़र रहेगी। विशेषज्ञों ने ट्रेडर्स को इस दौरान विशेष रूप से सतर्क रहने की सलाह दी है।
यहाँ उन 5 बड़े कारणों का विश्लेषण किया गया है, जो अगले हफ्ते बाजार की दिशा तय कर सकते हैं:
1. ट्रंप का टैरिफ और भारत का जवाबी कदम
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारतीय सामानों के आयात पर 50% तक का भारी-भरकम टैरिफ लगाने का फैसला एक गंभीर चिंता का विषय है। इससे भारत की GDP ग्रोथ 1% तक कम होने का अनुमान है। भारत ने भी इसका जवाब देने के लिए बड़े कदम उठाए हैं, लेकिन इस भू-राजनीतिक तनाव का सीधा असर बाजार की भावना पर पड़ रहा है। निवेशकों की नज़रें दोनों देशों के बीच होने वाली बातचीत पर टिकी हैं।
2. विदेशी निवेशकों की बिकवाली
पिछले कुछ दिनों से विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) ने लगातार बिकवाली की है, जिससे बाजार पर दबाव बढ़ रहा है। 13वें दिन भी एफआई की बिकवाली जारी रही है, जो इस महीने की सबसे बड़ी बिकवाली में से एक है। हालाँकि, घरेलू निवेशकों (DIIs) की लगातार खरीदारी ने इस दबाव को कुछ हद तक संभाला हुआ है, लेकिन FIIs का रुख बाजार की दिशा को निर्णायक रूप से प्रभावित कर सकता है।
3. रिलायंस जैसे बड़े स्टॉक्स का प्रदर्शन
बाजार (Share Market) के दिग्गज स्टॉक, जैसे रिलायंस इंडस्ट्रीज, ने हाल ही में लगातार 1380 के सपोर्ट लेवल पर कारोबार किया और फिर तीन महीनों के निचले स्तर पर पहुँच गए। निफ्टी के सबसे बड़े स्टॉक का कमजोर प्रदर्शन पूरे इंडेक्स को नीचे खींच सकता है। यदि इन बड़े स्टॉक्स में कोई रिकवरी आती है, तो बाजार में तेजी देखने को मिल सकती है।
4. निफ्टी का महत्वपूर्ण स्तर (24450-500)
तकनीकी विश्लेषण के अनुसार, निफ्टी 24450-500 की रेंज में कई बार पहुँचा है लेकिन वहाँ से वापस लौट गया है। यदि निफ्टी इस स्तर को तोड़कर ऊपर की ओर निकलता है तो बाजार (Share Market) में 2-3% की और तेजी आने की संभावना है। यदि यह इस स्तर को नहीं तोड़ पाता है तो यहाँ से गिरावट आ सकती है।
5. Share Market: तिमाही नतीजों का असर
कुछ कंपनियों ने अपने तिमाही नतीजे अच्छे पेश किए हैं, जबकि कुछ में गिरावट दर्ज हुई है। यह मिले-जुले नतीजे बाजार में एक मिली-जुली प्रतिक्रिया पैदा कर रहे हैं। क्यूमिन्स इंडिया जैसी कंपनियों ने अच्छे नतीजे दिए हैं, जबकि श्री रेणुका शुगर जैसी कंपनियों को घाटा हुआ है। इन व्यक्तिगत नतीजों का असर भी बाजार की दिशा पर पड़ेगा।
एक्सपर्ट्स की सलाह
Share Market Prediction: इन सभी कारणों को देखते हुए, एक्सपर्ट्स ने निवेशकों और ट्रेडर्स को बेहद सतर्क रहने की सलाह दी है। बाजार (Share Market) में भारी उतार-चढ़ाव की संभावना है, इसलिए ट्रेडर्स को अपनी स्थिति को नियंत्रित रखना चाहिए। विदेशी और घरेलू बाजार के संकेतों पर कड़ी नज़र रखना और बिना किसी पुख्ता जानकारी के बड़े कदम उठाने से बचना इस समय सबसे महत्वपूर्ण है।
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